नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को बताया गया कि पिछले 11 सालों में साल 2008-09 से अब तक बैंकों और चुनिंदा वित्तीय संस्थानों में धोखाधड़ी के 44,016 मामले सामने आए। धोखाधड़ी के इन मामलों में करीब 1,85,624 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है। जानकारी में सामने आया कि साल 2016-17 में ही 25,883.99 करोड़ रुपए के कुल 3,927 मामले सामने आए। बताया गया कि यह आंकड़ा 11 सालों में सबसे अधिक था। यह जानकारी वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा राज्यसभा में प्रस्तुत किये गए एक लिखित जवाब से सामने आई है।
इसके अगले साल यानी साल 2017-18 में धोखाधड़ी के मामले तो बढ़े, लेकिन धोखाधड़ी की राशि में कमी आई। इस साल धोखाधड़ी के कुल 4,228 मामले सामने आए जिनमें 9,866.23 करोड़ रुपए शामिल थे। इसके बाद साल 2018-19 में धोखाधड़ी के कुल 2,836 मामले सामने आए जिनमें कुल 6,734.60 करोड़ रुपए शामिल थे। वहीं साल 2012-13 में धोखाधड़ी के कुल 4,504 मामले सामने आए जिनमें कुल 24,819.36 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई।