नई दिल्ली। सरकारी विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया ने प्रदूषण कम करने के लिए एक नयी पहल के तहत वैकल्पिक मार्ग और वैकल्पिक हवाई अड्डे के बिना उड़ान भरकर ईंधन की खपत 150 किलोग्राम कम कर दी जिससे एयरलाइन को आर्थिक लाभ के साथ ही प्रदूषण कम करने में भी मदद मिली है।
एयर इंडिया ने सोमवार को बताया कि दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से हैदराबाद के शमसाबाद हवाई अड्डा जाने वाली उड़ान एआई 560 पर इस नयी व्यवस्था को आजमाया गया। विमान सुबह 8.50 बजे शमसाबाद पहुँचा था। आम तौर पर इसी उड़ान के वैकल्पिक मार्ग के लिए चार टन अतिरिक्त ईंधन लेकर चलना पड़ता है। अतिरिक्त ईंधन से विमान का वजन बढ़ जाता है और ईंधन की खपत अधिक होती है। परीक्षण के आधार पर आज भरी गयी उड़ान में अतिरिक्त ईंधन नहीं था जिससे 150 किलोग्राम विमान ईंधन की बचत हुई।
इस बी787 ड्रमीलाइनर विमान में कैप्टर अमिताभ सिंह मुख्य पायलट थे जो एयर इंडिया के परिचालन निदेशक भी हैं। कैप्टर सुनील कुमार सहायक पायलट की भूमिका में थे। वैकल्पिक मार्ग या गंतव्य तय किये बिना उडान मार्ग तय करने का काम विमान सेवा कंपनियों पर छोड़ देने की इस पहल की सिफारिश अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन ने की थी। देश में पहली बार इसे आजमाया गया है।