नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने ऑनलाइन मार्केटप्लेस का विरोध कर रहे खुदरा कारोबारियों से इससे एकीकृत होने की अपील करते हुये मंगलवार को कहा कि यह एक क्रांति है और इसमें जो अलग थलग पड़ जायेगा वह पिछड़ जायेगा इसलिये प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण को अपनाते हुये एकीकृत होने की जरूरत है।
कांत ने खुदरा कारोबारियों के शीर्ष संगठन कैट द्वारा यहां आयोजित एक परिचर्चा में कहा कि वर्ष 2020 तक भारतीय रिटेल कारोबार के एक लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है और इसमें आधुनिक रिटेल, ऑनलाइन मार्केटप्लेस के साथ ही खुदरा कारोबारियों की महत्ती भूमिका होगी।उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास में दहांई अंकों की वृद्धि होने और लोगों की आय में बढोतरी होने पर जो मांग आयेगी उसकी पूर्ति करना किसी एक के बस में नहीं होगा।
आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने पर खुदरा कारोबारियों की मांग बढ़ेगी और उनका कारोबार भी बढ़ेगा लेकिन अभी प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण को अपनाते हुये इन कारोबारियों को ऑनलाइन मार्केटप्लेस तथा आधुनिक रिटेल से एकीकृत होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारतीय उपभोक्ताओं की जरूरतें और खरीदारी करने के तौर तरीके में बड़ी तेजी से बदलाव आया है और इस बदलाव में प्रौद्योगिकी बड़ी भूमिका निभा रहा है।
इसलिये खुदरा कारोबारियों विशेषकर किराना दुकानदारों को प्रौद्योगिकी को अपनाना चाहिए। उन्होंने किसी का विरोध नहीं करने की अपील करते हुये कहा कि नीतिगत स्तर पर जो कुछ परेशानियां होंगी उन्हें दूर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षा में ढांचागत और नीतिगत सुधार कर कारोबार को सुगम बनाया गया है तथा इसको लाभ खुदरा कारोबारियों को हुआ है।
जीएसटी के आने के बाद से अब माल परिवहन के लिए ट्रको का परिचालन सुगम हो गया है और राज्यों की सीमाओं पर अब घंटो कतार में नहीं लगना पड़ रहा है। उन्होंने कारोबारियों से जीएसटी को पूरी तरह से अनुपालन करने की अपील करते हुये कहा कि इसको लागू करने में सभी लोगों ने साथ दिया और अपनाया है।