नई दिल्ली। चने में जोरदार तेजी आई है। देश के सबसे बड़े एग्री कमोडिटी एक्सचेंज नेशनल डेरेवेटिव्स एवं कमोडिटी एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) पर चने का भाव करीब ढाई फीसदी उछल गया है। एनसीडीईएक्स पर चने का सितंबर वायदा का भाव 107 रुपए या 2.5 फीसदी की तेजी के साथ 4395 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। इसके अलावा चने का अक्टूबर कॉन्ट्रैक्ट भी करीब ढाई फीसदी की तेजी के साथ 4467 पर पहुंच गया है।
रेलीगेयर कमोडिटीज के वाइस प्रेसीडेंट (रिसर्च) अजितेश मलिक के मुताबिक सरकारी एजेंसियों मसलन नैफेड की तरफ से करीब 35 लाख टन दालों का स्टॉक पीडीएस के जरिए बेचने का फैसला लिया गया है। इसमें चना भी शामिल है। ऐसे में इससे गरीबों को तो सस्ती दालें मिलेंगी, लेकिन बाकी आबादी के लिए सप्लाई घटने की संभावना है, इस वजह से कीमतों में तेजी है।
उनका कहना है कि चना उत्पादक इलाकों में मानसून की कम बारिश से चने की बुआई पिछड़ी है। इसके अलावा कुछ समय पहले सरकार ने पीली मटर के आयात पर रोक लगा दी थी, इसे चने के विकल्प पर तौर पर बड़े पैमाने पर इस्तेमाल में लाया जाता रहा है अजितेश का कहना है कि इन वजहों से आगाम त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से कीमतों में आगे भी तेजी के आसार हैं। अजितेश का कहना है कि उत्पादक इलाकों में अगर मानसून आगे भी कमजोर रहा तो अगले एक महीने में मौजूदा स्तर से चने का भाव करीब 200 रुपए की तेजी के साथ 4600 रुपए प्रति क्विंटल तक पहुंच सकता है।
फिलहाल हाजिर बाजार में मांग सुस्त
एंजेल कमोडिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि चने की बुआई रकबा घटा है, इससे आगे तेजी की उम्मीद है। दिल्ली स्थित चने के कारोबारी सिलीगुड़ी एजेंसी के सुनील बलदेवा का कहना है कि अगले 2 से 3 महीने तक त्योहारी सीजन चलेगा, ऐसे में मांग बढ़ने की संभावना है। इससे चने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि उनका कहना है कि फिलहाल हाजिर बाजार में मांग सुस्त है। उधर, इंदौर के चना कारोबारी कमल शर्मा का कहना है कि हाजिर बाजार में चने की आवक घटी है। कारोबारियों का कहना है कि सटोरियो ने आगे दाम बढ़ने की संभावना से होल्डिंग बढ़ाई है।