मुंबई। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) अपने दूरसंचार कारोबार, रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड में अपने ब्रॉडबैंड, ई-कॉमर्स प्ले और भविष्य में 5 ज सेवाओं के लिए 20,000 करोड़ का निवेश करेगी। यह निवेश रिलायंस जियो के परिचालन विस्तार में इस्तेमाल होगा। Jio ने सेवाओं के विस्तार के लिए उधार लिया है, हालांकि वह क्षमता निर्माण के लिए निवेश करना जारी रखेगी।
31 मार्च तक, RIL पर 2.87 ट्रिलियन से अधिक का बकाया ऋण है, जो कि Jio में निवेश के कारण वर्ष के दौरान R 69,000 करोड़ से अधिक हो गया। इसके विपरीत, आरआईएल के पास 31 मार्च तक लगभग 1.33 ट्रिलियन का नकद भंडार था। लॉन्च के तीन साल से भी कम समय में Jio ने 306.7 मिलियन का सब्सक्राइबर बेस और मार्च के रूप में 31.7% का रेवेन्यू मार्केट शेयर (RMS), 32.2% के वोडाफोन आइडिया के RMS और एयरटेल के 27.3% के मुकाबले बनाया है।
2018-19 में Jio का शुद्ध लाभ 2017-18 में 723 करोड़ से चार गुना बढ़कर 2,964 करोड़ हो गया। वित्त वर्ष 2018-19 की मार्च तिमाही के परिचालन से स्टैंडअलोन राजस्व दिसंबर तिमाही में 109 10,383 करोड़ से 7% बढ़कर 11,109 करोड़ हो गया।