मुंबई। अनुराग कश्यप की इस हफ्ते रिलीज हुई फिल्म का नाम जो आते ही विवादित हो गई है। जानकारी के अनुसार इस फिल्म कुछ दृश्यों पर सिख समुदाय ने आपत्ति जताई थी। ये आपत्ति सुप्रीम सिख संगठन की ओर से अधिवक्ता आदित्य शर्मा और हरप्रीत सिंह कांग ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है।
इस फिल्म में एक सीन आता है जब युवक शादी करने के बाद अपनी पगड़ी उतारकर सिगरेट पीने लगता है। यह भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 (2) और 25 में वर्णित मौलिक अधिकार का उल्लंघन है। जो धार्मिक भावनाएं आहत करती हैं इसलिए फिल्म पर रोक लगाई जाए। इसकी सूचना मिलने के बाद अनुराग कश्यप ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक मैसेज पोस्ट किया है। अनुराग ने लिखते हुए कहा की यह फिल्म किसी भी समुदाय विशेष पर टिप्पणी नहीं करती बल्कि यह खुद की निजी पसंद पर आधारित है। फिल्म बनाते समय हम लोगों ने हर कदम पर सिख समाज के लोगों से गाइडेंस ले रहे थे।
शूटिंग के दौरान किसी भी क्रू मेम्बर को स्मोकिंग करने की परमिशन नहीं थी। हमने स्मोकिंग सीन सड़क पर शूट किया था, उस वक्त वहां करीब 150 लोग मौजूद थे। सीन करने से पहले हमें बताया गया था कि घर से दूर सिर से पगड़ी हटानी होगी। यह हमने फिल्म में दिखाया भी है कि किस तरह रॉबी दोनों हाथों से पगड़ी उतारकर अपने कजिन को देता है। इस 150 लोगों की भीड़ में ज्यादा लोग सिख ही थे। कोई भी चीज बिना गाइडेंस के शूट नहीं की गई है।