मुंबई। अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा इन दिनों बैडमिंटन चैंपियन साइना नेहवाल पर बनने वाली बायोपिक मे व्यस्त है। इस बीच परिणीति चोपड़ा ने कई खुलासे किए। अब मैं एक खुद को एक नई अभिनेत्री की तरह महसूस कर रही हूं और यह मेरे लिए करियर की एक नई पारी की तरह है। मैं उन चीजों के बारे में नहीं सोच रही हूं, जो मैंने अतीत में की हैं। मैं अपने जीवन में सिर्फ आगे की ओर देखना चाहती हूं और यही मुझे एक अभिनेत्री में रूप में संतुष्टि देता है। मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि रिभु दासगुप्ता और अमोल गुप्ते जैसे निर्देशक मुझ पर विश्वास कर रहे हैं कि मैं इस तरह के मजबूत किरदार निभा सकती हूं।
हां, यह मेरे लिए एक गेमचेंजर साबित होने जा रहा है, क्योंकि इन फिल्मों के जरिए मैं कुछ नया और चुनौतीपूर्ण करने जा रही हूं। दर्शक मुझे ऐसे रूप में देखेंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखा होगा। मुझे लगता है कि मैं जो भी फिल्में कर रही हूं उससे मुझे कुछ नया सीखने को मिल रहा है। मैं अब अपनी फिल्मों को लेकर ज्यादा सजग रहती हूं। अपने किरदार के साथ कुछ बेहतर करने और कड़ी मेहनत करने से मैं पीछे नहीं हटती हूं। मैं अपने प्रदर्शन और अभिनय की पूरी प्रक्रिया का अब भरपूर आनंद ले रही हूं।
संगीत मेरा जुनून है। मुझे इससे बहुत प्यार है, पर यह हमेशा अभिनय के बाद आएगा। लेकिन हां, मैं गाना गाने के अपने जुनून को नजरअंदाज नहीं करना चाहती। मुझे उम्मीद है कि इस साल मैं और अधिक गीत गाऊंगी। मैं मधुर गीत गाना चाहती हूं। इसी लिए मैंने ‘माना के हम यार नहीं’ (मेरी प्यारी बिंदू, 2017) और ‘तेरी मिट्टी’ (केसरी, 2019) गाए। इन गीतों पर लोगों की प्रतिक्रिया से मैं काफी खुश हूं। ये गाने काफी हिट रहे और इससे मुझे काफी प्रेरणा मिली। अब मुझे पता है कि लोग मेरी आवाज सुनना पसंद करते हैं। मैं माइक के साथ अधिक सहज हो गई हूं और मैंने पहले से सोचा हुआ है कि आगे मुझे कैसे गाने गाने हैं।
जक तक मैं शादी नहीं कर लेती, तब तक मैं सिंगल ही रहूंगी। मैं जानती हूं कि आज के समय में ऐसा होना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन जब ऐसा कुछ होगा, तो मैं खुशी के साथ अपनी जिंदगी के बारे में लोगों को बताऊंगी, क्योंकि इसमें हमेशा दो लोग शामिल होते हैं।
मैं चाहती हूं, मेरा जीवनसाथी मुझे मानसिक सुख दे सके, क्योंकि पूरे दिन मुझे असुरक्षा से गुजरना पड़ता है। मैं चाहती हूं कि मैं जब घर लौटूं, तो वह मुझे प्यार दे। मुझे दिन भर के तनाव से उबरने में मेरी मदद करे, न कि उसे बढ़ाने में। इसके अलावा मैं यह भी चाहती हूं कि मेरा जीवनसाथी अपने बलबूते पर जिंदगी में आगे बढ़ने वाला हो, क्योंकि मैं भी ऐसी ही हूं।