भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर कल बेहद गंभीर आरोप लगाने वाले राज्य के वन मंत्री उमंग सिंघार मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात के बाद मौन हो गए हैं। सिंघार ने कल दोपहर सिंह पर सरकार को ब्लैकमेल करने, दबाव बनाने और ऐसे ही कई अन्य गंभीर आरोप लगाए थ। उसके बाद देर शाम मुख्यमंत्री निवास में उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ से मुलाकात की। इसके बाद से सिंघार मौन हो गए हैं। उन्होंने मीडिया से भी दूरी बना ली है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले सिंघार ने कल दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री सिंह के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला था। उन्होंने कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री 'पावर सेंटर' के तौर पर विभाग चला रहे हैं, कलेक्टर और कमिश्नर जैसे अधिकारियों के स्थानांतरण कराते हैं, खुद बैठकें लेते हैं और बच्चों सरीखी जिद करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि सिंह अपनी बयानबाजी से कांग्रेस का नुकसान कराते हैं।
उन्होंने कहा था कि उन्होंने सिंह का सरकार पर से दबाव दूर करवाने के लिए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र भी लिखा है। इसी बीच कल ही सिंघार के गृह क्षेत्र धार जिले में आबकारी विभाग के एक अधिकारी और सामाजिक कार्यकर्ता के बीच कथित फोन चर्चा का ऑडियो वायरल होने के बाद राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही धार में पदस्थ सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे को भी हटा दिया गया।