भोपाल। लोकसभा चुनाव जीतने के लिए एक से बढ़कर तरीके अपनाए जा रहे हैं। वोटरों को रिझाने के लिए नेता और उम्मीदवार आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर बयान दे रहे हैं। लेकिन भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने अलग ही रास्ता अपना लिया है। उन्होंने चुनावी सभाएं करने के साथ-साथ पूजा पाठ में भरोसा जताया है और कंप्यूटर बाबा के साथ मंगलवार को पूजा-अर्चना की।
दिग्विजय सिंह ने भोपाल में अपनी पत्नी अमृता सिंह के साथ यज्ञ किया। यह यज्ञ कंप्यूटर बाबा ने करवाया। उन्होंने कंप्यूटर बाबा का आशीर्वाद लिया। इस दौरान और कई साधु संत मौजूद थे। हजारों साधुओं ने उनके लिए हठ योग किया। खबर है कि साधु संत उनके समर्थन में रोड शो भी करेंगे। दिग्विजय सिंह के लिए कैंपेन करने वाले कंप्यूटर बाबा ने कहा कि बीजेपी सरकार 5 साल में राम मंदिर भी नहीं बना पाई, अब राम मंदिर नहीं तो मोदी नहीं।
गौर हो कि कंप्यूटर बाबा ने नर्मदा नदी के तट पर 'नर्मदा संसद' का आयोजन किया था। इस संसद में प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में साधु-संत यहां पहुंचे थे। उन्होंने अपनी बात कही। साथ ही कहा था, जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं। कंप्यूटर बाबा वही हैं जिन्हें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने कार्यकाल में मंत्री का दर्जा दिया था। हालांकि कुछ महीने बाद मतभेद होने पर उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस का समर्थन किया था। उन्होंने शिवराज सरकार पर कई आरोप लगाए थे और कहा था, इस सरकार को सबक सिखाने का समय आ गया है, कांग्रेस को 5 साल का मौका देना चाहिए। माफ करें शिवराज और माफ करें महाराज, आइए कांग्रेस को मौका देते हैं।' भोपाल में कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के सामने बीजेपी की प्रज्ञा सिंह ठाकुर चुनाव मैदान में है। इस सीट पर 12 मई को मतदान होना है।