भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने आज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उनके शीर्ष नेताओं पर मुख्य मुद्दों से पलायन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वास्तव में देश का आम नागरिक परेशान है। शर्मा ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष उन सभी मुद्दों पर बात करने तैयार नहीं हैं, जो उन्होंने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान उठाए थे और उनको लेकर भाजपा ने वादे किए थे।
उनका दावा है कि श्री मोदी ने पांच वर्षों के दौरान पत्रकार वार्ता नहीं ली और इन दिनों उनके जो भी साक्षात्कार समाचार माध्यमों में आ रहे हैं, वे 'प्रायोजित' हैं। शर्मा ने कहा कि बेरोजगारों, अर्थव्यवस्था और किसानों आदि के मुद्दों पर देश की जनता जवाब चाहती है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में तीन चरणों का मतदान हो चुका है। देश में बदलाव की जरूरत है और यह वे महसूस कर रहे हैं, लेकिन लोग समझ नहीं रहे हैं। भाजपा अपने संसाधनों का उपयोग करके लोगों को भ्रमित करने का कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अत्याधिक संसाधन संपन्न है और कांग्रेस उसका इस क्षेत्र में मुकाबला नहीं कर सकती है। शर्मा ने भाजपा के चुनाव प्रचार में अत्याधिक संसाधनों का उपयोग होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब देश में चुनाव सुधार की जरूरत नजर आने लगी है। ऐसी व्यवस्था बनना चाहिए, जिससे राजनैतिक दल सत्ता और संसाधनों का दुरूपयोग नहीं कर सकें। सभी दल संसाधनों का समान उपयोग कर सकें, इस तरह की व्यवस्था बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी से भी देश और निवासियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र के प्रावधानों का भी जिक्र किया और कहा कि ऐसा करने से देश में आगे काफी तरक्की होगी। हर वर्ग को फायदा पहुंचेगा। 'न्याय' योजना से गरीबों को जहां फायदा होगा, इससे देश की आर्थिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी कार्यकाल में देश की सुरक्षा की अनदेखी हुयी है।
शर्मा का कहना है कि भाजपा के नेता देश की सेना और शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे हैं, जो निंदनीय है। वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा द्वारा कल छिंदवाड़ा में कथित तौर कांग्रेस को मोहम्मद अली जिन्ना की पार्टी कहने संबंधी बयान के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि वे यह नहीं मानते कि उन्होंने कांग्रेस को जिन्ना की पार्टी कहा है। इस बात को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है।