भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दिव्यांगजन के सुगम मतदान संवेदनीकरण के लिये राज्य स्तरीय कार्यशाला आज आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व्ही.एल. कान्ता राव ने कहा कि विगत चुनाव में 3 लाख 50 हजार दिव्यांगजन के लिये क्यूजम्प, वालंटियर एवं वाहन व्यवस्थाएँ की गयी थी। पिछले चुनाव से और अधिक बेहतर कार्य इस लोकसभा चुनाव में करके दिखाना है। दिव्यांगजन का मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत कराने का प्रयास किया जायेगा।
चुनाव प्रक्रिया से छूटे लोगों विशेषकर दिव्यांगजन के लिये गैर सरकारी संगठनों ने भी भरपूर सहयोग किया। सबके सहयोग से विधानसभा निर्वाचन 2018 में दिव्यांगजन द्वारा 61 प्रतिशत मतदान संभव हो सका। यह मतदान प्रतिशत देश के अन्य राज्यों से काफी बेहतर है। भारत निर्वाचन आयोग के सचिव आनंद कुमार पाठक ने कहा कि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव 2018 में सबसे बेहतर कार्य किये गये। आयोग के निर्देशों का पालन तीव्र गति से किया गया। शासकीय अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ एनजीओ एवं अन्य लोगों ने भी मतदान कराने में सहभागिता की।