भोपाल। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही कमलनाथ ने प्रदेश में अपने तरीके से प्रशासनिक कसावट लाना शुरू कर दिया है। उन्होंने सोमवार को पहले ही दिन अफसरों की बैठक ली और दूसरे दिन मंगलवार को उन्होंने अफसरों से वन-टू-वन चर्चा की। जैसे कहा जा रहा था कि नई सरकार अपने तरीके से प्रशासनिक काम करेगी, उसी के मुताब् िप्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी शुरू हो गई है। पहली गाज रीवा कमिश्नर और सीएम के जिले छिंदवाड़ा के एसपी पर गिरी है।
दोनों अफसरों पर चुनाव परिणाम प्रभावित करने का था आरोप
रीवा कमिश्नर महेश चंद्र चौधरी और छिंदवाड़ा एसपी अतुल सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। दोनों अफसरों पर चुनाव परिणाम प्रभावित करने का आरोप था। सीनियर आईएएस अफसर महेश चंद्र चौधरी को रीवा से हटाकर भोपाल मंत्रालय में अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह शहडोल कमिश्नर जेके जैन को उनके स्थान पर आगामी आदेश तक रीवा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार छिंदवाड़ा एसपी अतुल सिंह की जगह अभी तक रेल एसपी पद की जिम्मेदारी संभाल रहे मनोज राय को छिंदवाड़ा का नया एसपी बनाया गया है। वहीं अतुल सिंह की नई पदस्थापना तत्काल नहीं की गई है।
अफसरों से वन-टू-वन चर्चा
सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को मंत्रालय में अफसरों से एक एक कर मुलाकात की। उन्होंने शुरुआत सभी विभागों के प्रमुख सचिवों से की। सबसे पहले सीनियर आईएएस अफसरों प्रभांशु कमल, सलीना सिंह और राधेश्याम जुलानिया से चर्चा की। इसके बाद बाकी पीएस से चर्चा की।बैठक में प्रशासनिक सर्जरी और सरकारी खर्चों में कटौती पर चर्चा हुई। अफसरों से रोडमैप बनाने के लिए कहा गया है। इसके चलते प्रदेश में बड़े प्रशासनिक फेरबदल के कयास लगाए जा रहे हैं।
डीजीपी को लेकर भी चर्चा
कमलनाथ जल्द ही पुलिस विभाग में भी फेरबदल कर सकते हैं। मुख्य सचिव पर चल रही चर्चाओं के बीच अब डीजीपी को लेकर चचाएं तेज हो गईं हैं। डीजीपी की दौड़ में सबसे आगे डीजी राजेंद्र कुमार हैं। 1985 बैच के आईपीएस राजेंद्र कुमार वर्तमान में लोक अभियोजन के डायरेक्टर हैं। इसके अलावा 1984 बैच के वीके चौधरी, वीके सिंह, संजय चौधरी और 1986 बैच के शैलेंद्र श्रीवास्तव के नाम भी रेस में चल रहे हैं।
श्रीवास्तव को एक और प्रभार
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने संस्कृति विभाग के अपर मुख्य सचिव, मनोज श्रीवास्तव को वर्तमान दायित्वों के साथ सांची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय के कुलपति के पद का कार्य संपादित करने के लिए नाम-निर्देशित किया है। मंगलवार को जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार विवि के कुलपति प्रो. यजनेश्वर शास्त्री मंगलवार को 70 साल के हो चुके हैं।