इंचियोन। परूपल्ली कश्यप का कोरिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में शनिवार को पुरूष एकल सेमीफाइनल में नंबर वन केंतो मोमोता के हाथों हार के साथ सफर समाप्त हो गया, जिसके साथ ही टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती भी खत्म हो गयी। टूर्नामेंट में अकेले ही भारतीय चुनौती संभाल रहे कश्यप को पुरूष एकल सेमीफाइनल में शीर्ष वरीय जापान के मोमोता के हाथों 13-21, 15-21 से हार झेलनी पड़ी। दोनों के बीच 40 मिनट तक चले मुकाबले में मोमोता पूरी तरह हावी दिखाई दिये। उन्होंने कुल 70 अंकों में 42 जीते जबकि कश्यप केवल 28 अंक ही जीत पाये।
इसके अलावा मोमोता ने 3 गेम प्वांइट भी अपने नाम किये जबकि कश्यप को एक भी गेम प्वांइट नहीं मिला। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी की कश्यप के खिलाफ करियर में यह तीसरी जीत है। भारतीय खिलाड़ी शीर्ष वरीय मोमोता से अपने करियर में कभी जीत दर्ज नहीं कर सके हैं। उन्होंने मोमोता से चार वर्ष पहले इंडोनेशिया ओपन में शिकस्त झेली थी। मैच के पहले गेम में मोमोता ने शुरूआत से ही बढ़त बनाये रखी और 8-5 के स्कोर के बाद 18-10 के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
उन्होंने फिर लगातार चार अंक लेकर कश्यप को 21-13 से पीछे छोड़ गेम समाप्त किया। दूसरे गेम में दोनों के बीच कई रोमांचक पल देखने को मिले जब कश्यप ने पिछड़ने के बाद लगातार पांच अंक लेकर मोमोता से 12-12 से स्कोर बराबर किया। हालांकि नंबर एक जापानी खिलाड़ी ले लगातार छह अंक लेते हुये 18-12 से कश्यप को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने इस गेम में दो गेम अंक जीते और 21-15 पर गेम समाप्त कर फाइनल में प्रवेश कर लिया। जापानी खिलाड़ी का अब खिताब के लिये दूसरी वरीय चीनी ताइपे के चू तिएन चेन से मुकाबला होगा।