चांगझू। विश्व चैंपियन भारत की पीवी सिंधू ने चाइना ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में बुधवार को शानदार शुरुआत करते हुए दूसरे दौर में जगह बना ली जबकि आठवीं सीड सायना नेहवाल पहले ही दौर में गैर वरीय खिलाड़ी के हाथों उलटफेर का शिकार बन गयीं। पुरुष वर्ग में बी साई प्रणीत और परुपल्ली कश्यप ने भी दूसरे दौर में स्थान बना लिया है। पांचवीं वरीय और विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण विजेता सिंधू ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया और चीन की ली जुईरूई की चुनौती पर आसानी से पार पाते हुये 34 मिनट में 21-18, 21-12 से लगातार गेमों में जीत दर्ज की। हालांकि सायना को थाईलैंड की बुसानन ओंगबमरूंगफान के हाथों लगातार गेमों में 10-21, 17-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी और वह 44 मिनट तक चले मुकाबले में खास संघर्ष पेश नहीं कर सकीं।
पुरूष एकल के पहले दौर में प्रणीत ने भी पसीना बहाने के बाद दूसरे दौर में जगह बना ली है। प्रणीत ने थाई खिलाड़ी सुपान्यु अविंगसानोन के खिलाफ एक घंटे 12 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19, 21-23, 21-14 से जीत दर्ज की। कश्यप ने फ्रांस के ब्राइस लेवेरदेज को 38 मिनट में 21-12, 21-15 से हरा दिया। रियो ओलंपिक की रजत विजेता और भारत की टोक्यो ओलंपिक-2020 में बड़ी पदक उम्मीद सिंधू का दूसरे दौर में थाईलैंड की पोर्नपावी चोचूवोंग से मुकाबला होगा। देश के लिये विश्व चैंपियनशिप-2019 में स्वर्ण पदक जीतने वाली देश की एकमात्र बैडमिंटन खिलाड़ी बनीं सिंधू का जुईरूई के खिलाफ प्रदर्शन उनकी फार्म के अनुरूप रहा। दोनों खिलाड़यिों के बीच इससे पहले बराबरी का रिकार्ड था लेकिन इस जीत से विश्व की पांचवें नंबर की सिंधू ने अपना जुईरूई के खिलाफ जीत-हार का रिकार्ड 4-3 पहुंचा दिया है।
सिंधू ने पहले गेम में 8-3 की मजबूत बढ़त बनाई, लेकिन विपक्षी खिलाड़ी ने लगातार पांच अंक लेकर 8-8 से बराबरी कर ली। इसके बाद सिंधू ने अधिक आक्रामकता दिखाई और 18-14 की बढ़त बना ली। सिंधू ने इस गेम में पांच गेम प्वांइट जीते। दूसरे गेम में भारतीय शटलर का प्रदर्शन एकतरफा रहा और उन्होंने 6-6 की शुरूआती बराबरी के बाद लगातार 15-10 से बढ़त बनाई और लगातर चार अंक लेकर 18-12 से आगे हो गयीं। हालांकि पहले ही दौर में सायना का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। सायना को थाई खिलाड़ी ने एकमात्र बार वर्ष 2017 में थाईलैंड ओपन में हराया था। हालांकि करियर के कुल पांच मैचों में सायना उनसे अभी भी 3-2 से आगे हैं। 29 वर्षीय सायना ने वर्ष 2014 में चांगझू में खिताब जीता था और 2015 में फाइनल तक पहुंची थी।