25 Apr 2024, 17:10:40 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
Sport » badminton

बैडमिंटन दूसरी लीड स्विस ओपन ओलम्पिक चैंपियन को हराने के बाद इतिहास बनाने से चूके प्रणीत

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 17 2019 9:41PM | Updated Date: Mar 17 2019 9:41PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

बासेल। भारत के स्टार शटलर और 22वीं रैंक बी साई प्रणीत ने बड़ा उलटफेर करते हुए दूसरी वरीय और ओलम्पिक चैंपियन चीन के चेन लोंग को लुढ़काकर स्विस ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया था लेकिन फाइनल में वह पहला गेम जीतने के बावजूद इतिहास बनाने का मौका चूक गए। गैर वरीय और विश्व रैंकिंग में 22वें नंबर के खिलाड़ी प्रणीत को रविवार को फाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त चीन के शी यूकी ने एक घंटे आठ मिनट के संघर्ष में 19-21 21-18 21-12 से हराकर भारतीय खिलाड़ी का 2017 के बाद अपना पहला खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया।

प्रणीत ने अपना आखिरी खिताब 2017 में थाइलैंड ओपन के रूप में जीता था। प्रणीत ने पहले गेम में अपने शानदार प्रदर्शन से यूकी को चौंका दिया और तब लग रहा था कि वह एक बार फिर चीन की दीवार गिरा देंगे लेकिन यूकी ने दूसरे गेम में 18-18 की बराबरी के बाद लगातार तीन अंक लेकर यह गेम 21-18 से जीत लिया। टॉप सीड खिलाड़ी ने निर्णायक गेम में फिर भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और खिताब अपने नाम कर लिया। इससे पहले प्रणीत ने शनिवार को पांचवीं रैंकिंग के चेन लोंग को 46 मिनट में 21-18 21-13 से हराकर तहलका मचा दिया था । प्रणीत की चेन लोंग से करियर की यह तीसरी भिड़ंत थी। इससे पिछले दोनों मैचों में प्रणीत को चीनी खिलाड़ी से शिकस्त मिली थी।। गत वर्ष एशिया चैंपियनशिप और इसी वर्ष इंडोनेशिया मास्टर्स में भी भारतीय खिलाड़ी को लोंग ने हराया था।

प्रणीत ने तीसरी भिड़ंत में चीनी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया। पहले गेम में प्रणीत ने 5-11 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी की और 17-13 की बढ़त बनाने के बाद 21-18 गेम पर समाप्त कर दिया। दूसरे गेम में प्रणीत ने शुरुआत से अंत तक अपनी बढ़त बनाये रखी और 21-13 पर यह गेम समाप्त कर फाइनल में जगह बना ली। लेकिन फाइनल में वह यूकी से पार नहीं पा सके जिनके खिलाफ प्रणीत का अब 0-2 का रिकॉर्ड हो गया है। स्विस ओपन में प्रणीत खिताब जीतने वाला  पांचवां भारतीय खिलाड़ी बनने से चूक गए। सायना नेहवाल ने 2011-12, किदाम्बी श्रीकांत ने 2015, एच एस प्रणय ने 2016 और समीर वर्मा ने 2018 में यह खिताब जीता था।

 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »