नयी दिल्ली। भारत में मंदी के चलते ऑटोमोवाइल सेक्टर में सुस्ती और मांग में कमी के बीच वाहन देखते हुए वाहन निर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने नया फैसला लिया है। अपनी इकाई के कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वी.आर.एस.) शुरू की है। टीकेएम जापान की टोयोटा और किर्लोस्कर समूह का संयुक्त उद्यम है। वीआरएस कर्मचारियों की मौजूदा संख्या में समग्र कमी की व्यवस्था करने के लिए सर्वाधिक मानवीय तकनीक है। कंपनी ने संयंत्र में कम से कम पांच साल तक काम करने वाले स्थाई कर्मचारियों और निगरानी श्रेणी के कर्मचारियों के लिए यह योजना शुरू की है। कंपनी की 'नव-जीवन योजना' 22 सितंबर से शुरू हुई और यह 23 अक्टूबर तक चलेगी।
टोयोटा किर्लोस्कर के उपाध्यक्ष शेखर विश्वनाथन ने बताया कि यह योजना पूरी तरह से स्वैच्छिक है और इसका टीकेएम के कारोबार की स्थिति से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा, 'वित्तीय सुरक्षा के साथ करियर बदलने और कंपनी से अलग होकर अपनी आकांक्षा के अनुरूप लक्ष्य हासिल करने में कमर्चारियों का समर्थन करने के लिए यह योजना शुरू की गई है।' विश्वनाथन ने कहा कि योजना के लिए आवेदन करने वाले कर्मचारियों को सामान्य सेवानिवृत्ति लाभ के अलावा क्षतिपूर्ति पैकेज मिलेगा। टीकेएम के देश में करीब 6,500 कर्मचारी हैं। बिदादी में कंपनी के दो कारखाने हैं, जिनकी कुल स्थापित उत्पादन क्षमता 3.10 लाख इकाई सालाना है। आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहीं वाहन कंपनियां कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना पेश कर रही हैं। पिछले महीने हीरो मोटोकॉर्प ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना शुरू की थी।