अहमदाबाद। जापान की वैश्विक ऑटोमोबाइल कंपनी सुजुकी की दोपहिया वाहन निर्माता भारतीय इकाई सुजुकी मोटरसाइकिल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने आज कहा कि इसने नीति आयोग की ओर से 2025 तक 150 सीसी इंजन क्षमता तक की सभी मोटरसाइकिल के अनिवार्य रूप से बिजली/बैटरी चालित बनाने की घोषणा के मद्देनजर ऐसे वाहनों के विकास का काम शुरू कर दिया है। कंपनी के भारतीय प्रमुख कोइचिरो हिराओ और उपाध्यक्ष देवाशीष हांडा ने आज यहां पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हालांकि इस मामले में आयोग और सरकार को और स्पष्टता करते हुए संबंधित नियमों की रूप रेखा तय करनी होगी तभी कंपनी ऐसे वाहनों के निर्माण के मामले में समय संबंधी सीमा तय कर पायेगी।
हिराओ ने इसे एक कठिन काम बताते हुए कहा कि उनकी परियोजना जारी है पर यह समझना जरूरी है कि लगभग दो करोड़ दस लाख दोपहिया वाहन वाले भारतीय बाजार में 80 प्रतिशत वाहन 150 सीसी से कम इंजन क्षमता के हैं और इतनी बड़ी संख्या में बैटरी चालित वाहन बनाने के लिए कितने बड़े पैमाने पर बैटरियों, चार्जिंग प्वाइंट और अन्य चीजों की जरूरत होगी। इससे इनकी कीमत में भी खासा इजाफा हो जायेगा। एक प्रश्न के उत्तर में हांडा ने कहा कि देश में दोपहिया वाहन बाजार में ऋणात्मक वृद्धि के बावजूद उनकी कंपनी ने दहाई अंक में वृद्धि का सिलसिला जारी रखा है हालांकि इसमें बड़ा योगदान स्कूटर क्षेत्र का है। उन्होंने कहा कि चूकि भारत में लोगों की खर्च करने की क्षमता बढ़ी है और युवाओं की आबादी बहुत अधिक है इसीलिए उनकी कंपनी ने यहां प्रीमीयम श्रेणी के दोपहिया वाहनों को लांच करने का इरादा किया है।