फाल्गुन शुक्ल की अष्टमी तिथि को होलाष्टमी शुरु होती है। इस साल होलाष्टक का त्यौहार 23 फरवरी से शुरू हो कर होलिका दहन के साथ ही समाप्त हो जाएगा। अष्टमी से होलिका दहन तक के ये आठ दिन में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। फाल्गुन शुक्ल की अष्टमी तिथि से शुरु होलाष्टक में अगर कोई शुभ काम पड़ रहा है तो उसे टाल देना चाहिए।
क्योंकि इन दिनों अगर कोई शुभ काम किया जाता है तो उसमें बार-बार विघ्न आता रहता है। इन आठ दिनों में कोई शुभ काम ना करने के पीछें कारण यह है कि इन दिनों वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा फैली रहती है। ये ऊर्जा वातावरण में होलाष्टक तक रहता है। इसलिए इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता।