कार्तिक पूर्णिमा को हिन्दू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। सभी 12 पूर्णिमाओं में कार्तिक मास की पूर्णिमा खास स्थान रखता है। इस पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा और गंगा स्नान पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।
इस साल पूर्णिमा का हिन्दू धर्म में अनोखा महत्व है। पुराणों में वर्णन मिलता है कि इस दिन को भगवान विष्णु नें मतस्य अवतार लिया था। यानि विष्णु भगवान मछली के रूप में प्रकट हुए थे।
क्या महत्व है इस दिन का
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का महत्व है। साथ ही इस दिन गंगा स्नान करना चाहिए यदि संभव नहीं हो तो स्नान करने वाले जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करना श्रेष्ट माना गया है। पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए। सिख धर्म में भी इस इस पूर्णिमा का महत्व है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन ही गुरुनानक देव का जन्म हुआ था। इसलिए सिख धर्म में इस दिन को प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।
ये है पूजन की विधि
इस दिन भगवान विष्णु की आराधना अच्छा माना गया है। इसलिए इस दिन स्नान करने के बाद विष्णु भगवान की पूजा करें।
इस दिन गंगा स्नान करना अच्छा माना गया है।
इस दिन व्रत का भी अपना एक विशेष महत्व है।
इस दिन भोजन में नमक का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।