वास्तु एवं आयुर्वेद के अनुसार, घर में हल्दी का पौधा लगाना भी शुभ होता है। यह पौधा गुणकारी और चमत्कारी होता है। घर में आंवले का पेड़ लगाने और रोजाना उसकी पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आंवले के पेड़ को घर की उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना लाभकारी है।
वास्तु के अनुसार, घर में अनार का पौधा लगाने से ग्रह दोषों से बचा जा सकता है। परिजात के पौधे के बारे में शास्त्रों में कहा गया है कि यह समुद्रमंथन से निकला था। इसके फूल को भगवान के चरणों में चढ़ाने से स्वर्ण दान का पुण्य मिलता है। इसके घर में होने से सारे देवी-देवताओं की कृपा बनी बनी रहती है।
शमी का पेड़ भी घर में होना शुभ माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में इसका संबंध शनि से जोड़ा गया है। इसे घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर लगाना चाहिए। इसके नीचे नियमित रूप से सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि के प्रकोप से बचा जा सकता है। इससे स्वास्थ्य भी बेहतर बना रहता है।
प्राचीन मान्यतानुसार, जिस घर में गुड़हल का पौधा लगा होता है, उस घर के लोगों के कानून संबंधी सभी काम पूरे हो जाते हैं। बेलपत्र का पौधा भगवान शिव को बेहद पसंद है, माना जाता है कि इस पर स्वयं भगवान शिव का वास होता है। जहां यह पौधा होता है, वहां लक्ष्मी जी का वास भी होता है।
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का खास महत्व है। तुलसी के पौधे को एक तरह से लक्ष्मी का रूप माना गया है। घर में यदि किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा है, तो तुलसी का पौधा उसे नष्ट करता है। ध्यान रखें कि तुलसी का पौधा घर के दक्षिणी भाग में नहीं लगाना चाहिए। यह आपको फायदे के बदले, नुकसान भी पहुंचा सकता है। जिनके घर में नारियल के पेड़ लगा हो, उनके मान-सम्मान में वृद्धि होती है। घर में इस पेड़ का लगा होना काफी शुभ माना जाता है।
इनसे रहें दूर : बृहत्संहिता ग्रंथ के अनुसार, ऐसे पेड़-पौधे, जिनकी पत्तियों और डालियों को तोड़ने पर दूध अथवा सफेद रस का स्राव होता है, इन्हें घर के बगीचा या घर के आसपास नहीं लगाना चाहिए। इससे धन की हानि होती है। कांटेदार पेड़-पौधे का घर के मुख्य-द्वार या घर के आसपास होना शुभ नहीं माना गया है। इनसे शत्रु का भय बढ़ता है और जीवन में कुछ-न-कुछ कष्ट बना रहता है।