हीरे के ऊपर गर्मी नहीं चढ़ती, उसे गर्म-गर्म दूध में डालने के बाद भी उसके ऊपर भांप नहीं जमेगी। अगर आपके हाथ में जो हीरा है वह असली है तो उसपर मुंह पर भांप छोड़ने के बाद भी उस पर ओस नहीं जमेगी।
यदि आपको पीला पुखराज खरीदना है तो जौहरी द्वारा दिखाए गए अनेक पीले पुखराजों में से गहरा पीला और चमकदार लगने वाला पीला पुखराज हल्के पीले या कम चमक वाले पीले पुख़राजों की तुलना में अपेक्षाकृत अधिक अच्छा होने की संभावना होगी। पुखराज को एक दिन दूध में रखने के बाद भी वह पीला ही रहेगा, उसका कलर जैसा था वैसा ही रहेगा। अगर आप सफेद किसी कपड़े में पुखराज रखते हैं तो उस कपड़े के ऊपर पीली छाया नजर आने लगेगी।
कमल के फूल की कली पर माणिक्य रखने से वह कली तुरंत खिल उठती है। इसके अलावा माणिक्य को किसी भी कांच के बर्तन में रखेंगे तो वह बर्तन आपको लाल दिखाई देगा।
असली मूंगा को कांच पर रगड़ेंगे तो वह आवाज नहीं करेगा। इस पर हैड्रोक्लोरिक एसिड डालेंगे तो वह झाग छोड़ने लगेगा।
लहसुनिया को अगर आप अंधेरे कमरे में रखते हैं तो उस पर रोशनी की एक किरण दिखाई देगी। किसी भी मजबूत चीज पर अगर आप इस पत्थर को रगड़ते हैं तो वह टूटेगा नहीं।
इसी प्रकार अगर कोई पन्ना हरा ही नहीं है तो वह पन्ना भी नहीं है। अगर पन्ना असली है तो पानी के गिलास में उसे रखने के बाद गिलास में हरी किरण दिखाई देने लगेंगी। पन्ना पर कच्ची हल्दी लगाने से इस पत्थर का रंग लाल हो जाता है।
असली गोमेद को गौमूत्र में रखने से 24 घंटे में गौमूत्र का रंग बदल जाता है। इस रत्न के बेहतर आपको बबल्स नजर नहीं आते।