जबलपुर। रमजान का पहला रोजा मंगलवार 7 मई से रखा जाएगा। मुफ्ती ए आजम हजरत मौलाना मोहम्मद हामिद अहमद सिद्दीकी के अनुसार जबलपुर में रविवार शाम उन्तीस शाबान को रमजान का चांद नजर नहीं आने पर सोमवार को 30 शाबान के मुताबिक मंगलवार को रमजान का पहला रोजा रहेगा। जबकि सोमवार शाम इशा की नमाज के साथ रमजान माह की विशेष नमाज तरावीह अदा की जाएगी। इसके बाद मंगलवार अलसुबह रमजान की पहली सहरी होगी। रमजान माह का एक-एक मिनट बहुत कीमती है।
रमजान रहमत बरकत और मगफिरत का महीना है। इस पूरे महीने में मुसलमान भूखा प्यासा और बुरे कामों से तौबा कर हर अच्छे कार्य करने के साथ रोजे रखते हैं। मौलाना चांद कादरी अल्लाह ने मुसलमानों पर रोजे इसलिए फर्ज फरमाए हैं जिससे अपने अंदर तकवा परहेजगारी पैदा कर सके। यदि कोई व्यक्ति भूखा प्यासा रहता है और बुरे काम नहीं छोड़ता तो उसका रोजा सिर्फ फांके के सिवा कुछ नहीं है। अल्लाह को ऐसे लोगों के रोजे पसंद नहीं जो बुरे काम न छोड़े। अल्लाह रमजान में हर इंसान को मौका देता है कि वह अपने बुरे कामों से तौबा करे और अच्छे काम करे।