दीपक प्रावलित करें आपने अक्सर देखा होगा कि महिलाएं पीपल या बढ़ के एक पत्ते पर आटे का दीपक बानाकर उसे जलाकर रखती है और उसे किसी बहती नदी में बहा देती है। छठ पूजा के दिए अक्सर यह कार्य किया जाता है। इस उपाय से घर में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ती है।
धूप के चमत्कारी टोटके
तंत्रसार के अनुसार अगर तगर कुष्ठ शैलज शर्करा नागरमाथा चंदन इलाइची तज नखनखी मुशीर जटामांसी कर्पूर ताली सदलन और गुग्गुल ये सोलह प्रकार के धूप माने गए हैं। इसे षोडशांग धूप कहते हैं। मदरत्न के अनुसार चंदन कुष्ठ नखल राल गुड़ शर्करा नखगंध जटामांसी लघु और क्षौद्र सभी को समान मात्रा में मिलाकर जलाने से उत्तम धूप बनती है। इसे दशांग धूप कहते हैं।